ग्रामोफोन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ग्रामोफोन संज्ञा पुं॰ [सं॰] एक प्रकार का बाजा जिसमें गीत आदि भरे और इच्छानुसार समय समय पर सुने जा सकते हैं । विशेष—इस बाजे में कुछ विशिष्ट द्रव्यों से बने एक प्रकार के गोल तवे पर, जिसे चूड़ी कहते हैं, और जिस पर गोल रेखाएँ रहही हैं, सूई लगे हुए एक यंत्र की सहायता से सब प्रकार के बोले हुए वाक्य या गाए हुए गीत आदि एक विशेष रूप से अकित हो जाते हैं और उन अकित वाक्यों या गीतों को जब इच्छा हो ध्वनि उत्पन्न करनेवाले एक दूसरे यंत्र की सहायता से सुन सकते हैं ।