मस्तूल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मस्तूल संज्ञा पुं॰ [पुर्त॰] बड़ी नावों आदि के बीच में खड़ा गाड़ा जानेवाला वह बड़ा लठ्ठा या शहतीर जिसमें पाल बाँधते हैं । उ॰—उसका ऊँचा मस्तूल झुका हुआ ऐसा दिखाई देता है मानो वह अपने प्यारे जलयान को समाधि को गले लगाकर रो रहा है ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ५५२ ।