अँकरा

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँकरा संज्ञा पुं॰ [सं॰अङ्कृर] [स्त्री॰ अँकरी]

१. एक खर वा कुधान्य । विशेष— यह रबी की फसलों में गेहूँ के पौधों के बीच जमता है । इसे काटकर बैलों की खिलाते हैं और इसका साग भी खाते हैं । इसका दाना या बीज काला, चिपटा छोटी मूँग के बराबर होता है और प्राय; गेहूँ के साथ मिल जाता है । इसे गरीब लोग खाते भी है । खेसारी इसी का एक रुपांतर है ।

२. कंकड़ ।