अँखडी

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँखडी † संज्ञा स्त्री॰ [ सं॰ अक्षि; प्रा॰ अक्खि, अक्ख; डिं और पं॰ अंख + डी़ ( प्रत्य॰) ; अथवा हिं॰ आँख + डी़ ( प्रत्य॰) ]

१. आँख । नेत्र । उ॰— मेरी इन दुखिया अँखडि़यो के सामने । लहर, पृ॰ ७२ ।

२. चितवन । उ॰— तुझ अँखडि़याँ के देखे आलम खराब होगा ।—कविता कौ॰, भा॰ ४, पृ॰ ८ ।