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अंचित

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंचित पु वि॰ [सं॰ अचिन्त्य, प्रा॰ अचिंत] चिंतन से परे । अचिंत्य । उ॰—अचिंत पुरुष को मंगल हंसा गावै हो ।—धर्म॰ श॰, पृ॰ ५४ ।

अंचित वि॰ [सं॰ अञ्चित]

१. पुजित । आराधित । संमानित ।

२. विशिष्ट । प्रधान ।

३. झुका हुआ । घुमावदार ।

४. धनुषाकार ।

५. सुंदर ।

६. गत । गया हुआ ।

७. ग्रथित । गुँथा हुआ [को॰] ।