अकड़न्त

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकड़ंत संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ अकड़+अंत (प्रत्य)] अकड़ । दर्प । घमंड । उ॰—तकले की तरह बल निकल जावे । तेरे आगे जो दो करे अकड़ंत ।—कविता कौ॰ भा॰ ४, पृ॰ ९४ ।