अकर्म

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकर्म संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. न करने योग्य कार्य । दुष्कर्म । बुरा काम । उ॰—यह अकर्म शास्त्र के विरुद्ध है ।—कबीर सा॰, पृ॰ ९६४ ।

२. कर्म का अभाव ।