अकर्म
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अकर्म संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. न करने योग्य कार्य । दुष्कर्म । बुरा काम । उ॰—यह अकर्म शास्त्र के विरुद्ध है ।—कबीर सा॰, पृ॰ ९६४ ।
२. कर्म का अभाव ।
अकर्म संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. न करने योग्य कार्य । दुष्कर्म । बुरा काम । उ॰—यह अकर्म शास्त्र के विरुद्ध है ।—कबीर सा॰, पृ॰ ९६४ ।
२. कर्म का अभाव ।