अकाथ

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकाथ ^१ पु क्रि॰ वि॰ [सं॰अकृतार्थ प्रा॰ अकआरथ] अकारथ । व्यर्थ । निष्फल । निरर्थक । वृथा । फजूल । उ॰—रह्यो न परै प्रेम आतर अति जानी रजनी जात अकाथ ।—सूर (शब्द॰) ।

अकाथ ^२ पु वि॰ [सं॰ अकथ्य] न कहने योग्य । अकथनीय । अनिर्व- चनीय । उ॰—आपनों ज्यों हीरा सो पर ये हाथ व्रजनाथ । दै कै तो अकाथ हाथ मैने ऐसी मन लेहु ।—केशव ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ७४ ।