अकूत

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकूत वि॰ [सं॰ अ+ हिं॰ कूतना] जो कूता न जा सके । जिसकी गिनती या परिमाण न बतलाया जा सके । बेअंदाज । अपरि मित । अगणित । उ॰—धन्य भूमि, ब्रजबासी धनि धनि, आनँद करत अकूत ।—सूर॰, १० ।३६ ।