अगि
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अगि पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अग्नि, प्रा॰ अग्नि] अग्नि । उ॰—चहु- आना रे सेन समुद बिच बड़बा गोरं । अगि सुखग्ग खग्गयौ सुत मरन धन धन कोरं ।— पृ॰, १२ । ५१६ । विशेष— पुरानी हिंदी तथा बोलचाल में यह समस्त रूप में मिलता है । जैसे अगिदधा, अगिदाह आदि ।