अघोष

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अघोष ^१ वि॰ [सं॰ ]

१. शब्दरहित । नीरव ।

२. अल्पध्वनि युक्त ।

३. ग्वाल या अहीरों से रहित ।

अघोष ^२ संज्ञा पुं॰

१. व्याकरण में एक वर्णसमूह का नाम । विशेष—इसमें प्रत्येक वर्ग का पहला और दूसरा अक्षर तथा श, ष, स, भी हैं, यथा, —क, ख, च, छ, ट, ठ त, थ, प, फ, श, ष, स ।

२. तेरह की संख्या का सूचक शब्द क्योंकि अघोष वर्ण १३ होते है [को॰] ।