अङ्गभङ्ग

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंगभंग ^२ वि॰ जिसके शरीर का का कोई भाग खंडित हो या टुटा हो । जिसके हाथ पैर टुटे हों । अपाहज । लँगड़ा लुला । लुंज । क्रि॰ प्र॰—करना । उ॰—अंगभंग करि पठवहु बंदर । —तुलसी (शब्द॰) ।—होना । जैसे—उसका अंगभंग हो गया ।— (शब्द॰) ।

अंगभंग पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ अङ्ग + मङ्ग या अङ्ग, प्रा॰ अंगभंग] अंग प्रत्यंग । हर एक अवयव । उ॰—कुदंन ओपति अंगभंग जनु चंद किरनि सिर ।—पृ॰ रा॰, १४ ।७४ ।