अतिक्रम
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अतिक्रम संज्ञा पुं॰ [सं॰] नियम या मर्यदा का उल्लंघन । विपरीत व्यवहार । उ॰—देवपाल का क्रोध सीमा का अतिक्रम कर चुका था, उसने खड्ग चला दिया ।—आकाश॰, पृ॰ ६९ ।
अतिक्रम संज्ञा पुं॰ [सं॰] नियम या मर्यदा का उल्लंघन । विपरीत व्यवहार । उ॰—देवपाल का क्रोध सीमा का अतिक्रम कर चुका था, उसने खड्ग चला दिया ।—आकाश॰, पृ॰ ६९ ।