अनूचान

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनूचान संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वह जो वेद वेदांग मे पारंगत होकर गुरुकुल से आया हो । स्नातक ।

२. विद्यारसिक व्यक्ति ।

३. चरित्रवान् पुरुष ।