अपरिमित

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपरिमित वि॰ [सं॰] इयत्ताशून्य । असीम । बेहद । उ॰—मानव था साथ उसी के मुख पर था तेज अपरिमित । —कामायनी, पृ॰ २७७ ।

२. असख्य । अनत । अगणित । उ॰—अपनैं जान मैं बहुत करी । कृपासिंधु, अपराध अपरिमित छमौ सूर तैं सब बिगरी । —सूर॰, १ ।११५ ।