अप्रतिहत

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अप्रतिहत ^१ वि॰ [सं॰]

१. जो प्रतिहत न हो । जिसका विघात न हुआ हे । अटुट । उ॰— आज भी यह विचारपरंपरा अप्रतिहत है । —रस क॰ पृ॰ ४५ ।

२. अपराजित ।

३. बिना रोकटोक का ।

४. संपुर्ण । समग्र । अनुसरण [को॰] ।

अप्रतिहत ^२ संज्ञा पुं॰ अकुश ।