अफल

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अफल ^१ वि॰ [सं॰]

१. जिसमें फल नु हो । बिना फल का । फलहीन । निष्फल ।

२. व्यर्थ । निष्र्पयोजन । थ॰ — परमारथ स्वारथ साधन भय अफल सकल, नहि सिद्धि सई है ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ५२८ ।

३. बांझ । बंध्या ।

अफल ^२ संज्ञा पुं॰

१. झऊ का बृक्ष ।

२. बकारा ।