अर्णव

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अर्णव संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. समुद्र ।

२. सूर्य ।

३. इंद्र ।

४. अंतरिक्ष ।

५. दंडक वृत्त का एक भेद जिसके प्रत्येक चरण में

२. नगण और ९ रगण होते हैं । यह प्रचित का एक भेद है ।

६. चार की संख्या ।

७. रत्न । मणि । जवाहिर ।

८. प्रवाह । धारा [को॰] ।