अर्थशास्त्र

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अर्थशास्त्र संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह शास्त्र जिसमें अर्थ की प्राप्ति, रक्षा और वृद्धि का विधान हो । प्राचीन काल में इस विषय पर बहुत से आचार्यों के रचे ग्रंथ थे, पर अब केवल कौटिल्य (चाणक्य) का रचा हुआ ग्रंथ मिलता है । अर्थविज्ञान ।