आँगुर पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰] पुं॰ 'अंगुल' । उ॰—द्वादस आँगुर पवन चलतु है नाहिं सिमटि घर औना ।-जग॰ बानी, भा॰ २, पृ॰९५ ।