आँसी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
आँसी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अंश = भाग]
१. भाजी । बैना । मिठाई जो इष्ट- मित्रों के यहाँ बाँटी जाती है ।— ल+लन बाल के द्वैही दिना तों परी मन आइ सनेह की फाँसी । काम कलोलनि में मतिराम लगे मनो बाँटन मोद की आँसी ।— मतिराम ।— (शब्द॰)
२. भाग । हिस्सा । उ॰— नारि कुलीन कुलीननि लै रमै मैं उनमैं चहौं एक न आँसी । — भिखारी ग्रं॰, भा॰ पृ १५९ ।