आकरकरहा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आकरकरहा संज्ञा पुं॰ [अ॰] एक जड़ी जिसे मुँह में रखने जीभ में चुनचुनाहट होती है और मुँह से पानी निकलता है । यह एक वृक्ष की लकड़ी है । आकरकढ़ा । दे॰'अकरकरा' ।