आलूचा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आलूचा संज्ञा पुं॰ [फा॰ आलूचह्]

१. एक पेड़ । विशेष—यह पेड़ पश्चिम हिमालय पर गढ़वाल से कश्मीर तक होता है । इसका फल गोल होता है और पंजाब इत्यादि में बहुत खाया जाता है । फल पकने पर पीला और स्वाद में खटमीठा होता है । अफगानिस्तान में आलूचे की एक जाति होती है, जिसके सूखे हुए फल आलूबुखारा के नाम से भारतवर्ष में आते हैं । आलूचे के पेड़ से एक प्रकार का पीला गोंद निकलता है । फल की गुठलियों से तेल निकाला जाता है, जो कहीं कहीं जलाने के काम आता है । इसकी लकड़ी बहुत मुलायम होती है । इससे काश्मीर में रंगीन और नक्काशीदार संदूक बनाते हैं । पर्या॰—भोटीया बदाम । गर्दालू ।