आसरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

आसरा संज्ञा पुं॰ [सं॰ आश्रय प्रा॰ *आसरश्र]

१. सहारा । आधार । अवलंब । जैसे, —(क) यह छत खंभों के आसरे पर है । (ख) बुढ्डे लोग लाठी के आसरे पर चलते हैं ।

२. भरण पोषण की आशा । भरोसा । आस ।

३. किसी से सहायता पाने का निश्चय । जैसे, —हमें आप ही का आसरा है दूसरा हमारा कौन है । क्रि॰ प्र॰ —करना ।—लगाना ।—होना । मुहा॰—आसरा टूटना = भरोसा न रहना । नैराश्य होना । आसरा देना = वचन देना । किसी बात का विश्वास दिलाना ।

४. जीवन या कार्य निर्वाह का हेतु । आश्रयदाता । सहायक । जैसे, — हम तो आपना आसरा आपको ही समझते है ।

५. शरण । पनाह । जैसे,—जिसने तुम्हें आश्रय दिया उसी के साथ ऐसा करते हो । क्रि॰ प्र॰—ढूँढ़ना । —पकड़ना ।—देना । —लेना ।

६. प्रतिक्षा । प्रत्याशा इंतजार । क्रि॰ प्र॰—तकना । —देखना ।—में रहना ।

७. आशा । जैसे, —अब उसका क्या आसरा है, चार दिनों का मेहमान है ।