इतरेतरयोग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

इतरेतरयोग संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. परस्पर संबंध ।

२. एक प्रकार का द्वंद्व समास जिसमें दो जाति के केवल एक एक व्यक्ति का समावेश होता है । हिंदि में समास का यह भेद नहीं है ।