ईंचना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ईंचना पुं॰ क्रि॰ स॰ [सं॰ अञ्चन =जाना, ले जाना, सिकोड़ना, खींचना] खींचना । ऐंचना । उ॰—न कर्यास उस ईचने में फटी, न चारो के हाथों से चादर छुटी । — दक्खिनी॰, पृ॰ ३०१ ।