उकत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

उकत ^१पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ उक्ति] दे॰ 'उक्ति' । उ॰—थाकी मत लखत न बनत जाकी सखी बिचित्र । बनत न मन औरे उकत चुकत चितेरे चित्र ।—स॰ सप्तक, ३७१ ।

उकत ^२पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ उक्ति] डिंगल में एक प्रकार की वर्णनपद्धति । उ॰—मिश्रत माँहो माँहि मिल, बाँधै उकत विशेष ।— रघु॰ रू॰, २ ।४८ ।