उखमज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

उखमज पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ ऊष्मज]

१. ऊष्मज जीव । क्षुद्र कीट । उ॰—पिंडज ब्रहम ने लीन्ह बनाई । उखमज सब बिश्नू ते आई ।—सं॰ दरिया, पृ॰ ९ ।

२. झगड़ा, बखेड़ा या उपद्रव करने के लिये मन में आनेवाला कुविचार (बोल॰) ।