उचारना ^१पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ उच्चारण] उच्चारण करना । मुँह से शब्द निकालना । बोलना । उ॰—पकरि लियो छन माँझ असुर बल डारयो न खन विदारी । रुधिर पान करि माल आँत धरि जय जय शब्द उचारी ।—सूर (शब्द॰) ।