ऊकना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ऊकना ^१पु † क्रि॰ अ॰ [हिं॰] चूकना । भूल करना । गलती करना । उ॰—अपनो हित मानि सुजान सुनो धरि कान निदान तें ऊकिए ना । निज प्रैम की पोखनिहारि बिसारि अनीति झरोखनि ढूकिए ना ।—आनंघन (शब्द॰) ।

ऊकना ^२पु † क्रि॰ स॰ छोड़ देना । भूल जाना । उ॰—दूर दूर पै काज द्वै, परे एँक सँग आय । ऊकन जोग न एक हु, इनमें परत लखाय ।—लक्ष्मणसिंह (शब्द॰) ।

ऊकना ^३पु † क्रि॰ स॰ [सं॰ उल्का, हिं॰ ऊक] जलाना । दाहना । भस्म करना । तपाना । उ॰—ए ब्रजचंद्र, चलो किन वा ब्रज लूकैं वसंत की ऊकन लागीं । त्यों पदमाकर पेखो पलासन पावक सी मनौ फूँकन लागी ।—पदमाकर (शब्द॰) ।