ऊर्ननाभि

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ऊर्ननाभि पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ 'ऊर्णनाभि'] दे॰ 'ऊर्णनाभि' । उ॰ — छिनक में करौ, भरौ, संहारौ, । ऊर्ननाभि लौं फिरि बिस्तारौ ।—नंद ग्रं॰, पृ॰ २२६ ।