एकाकार

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

एकाकार ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰एक+आकार] मिल मिलाकर एक होने की़ क्रिया । ऐकमय होना । भेद का अभाव । जैसे 'वहाँ सर्वत्र एकाकार है, जाति पाँति कुछ नहीं है ।

एकाकार ^२ वि॰ एक आकार का । समान रूप का । मिल जुलकर एक ।