करमहीन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

करमहीन वि॰ [सं॰ कर्म +हीन ] दे॰ 'कर्महीन' । उ॰— सकल पदारथ हैं जग माहीं । करमहीन नर पावत नाहीं ।— तुलसी (शब्द॰) ।