कलकल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कलकल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. झरने आदि के जल के गिरने का शब्द । उ॰—कलकल छलछल सरिता का जल बहता छिन छिन ।—मधुज्वाला, पृ॰ ४१ ।

२. कोलाहल । हल्ला । शोर ।

३. शिव (को॰) ।

कलकल ^२ संज्ञा स्त्री॰ झगड़ा । वाद विवाद । दाँता किटकिट ।

कलकल ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰] साल वृक्ष की गोंद । राल ।

कलकल ^४ † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ कल्लाना] खुजली । सुरसुरी । चुन- चुनाहट ।