कुमरी

विक्षनरी से

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कुमरी संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] पंडुक की एक जाति की चिड़िया, जो सफेद कबूतर और पंडुक से उत्पन्न होती है । उ॰—बुलुल है फुँगा से जिसे कुमरी करे कू कूँ ।—कबीर ग्रं॰, ४६७ । विशेष — यह सफेद रंग की होती है और इसके गले में कंठो या हँसुली होती है । इसके पैर लाल होते हैं और बोली बहुत गंभीर और मनोहर होती है । यह प्राय: उजाड़ स्थानों में रहती है । इसका पालना अशुभ समझा जाता है ।