कोहनूर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कोहनूर संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ कौह+ अ॰ नूर] एक बहुत बड़ा और प्रसिद्ध हीरा । विशेष—इसके विषय में कहा जाता है कि यह राजा कर्ण के पास था और पीछे मालवा के राजा विक्रमादित्य के हाथ लगा था । सोलहवीं शताब्दी के आरंभ में यह हीरा ग्वालियर के एक राजा ने गोलकुंडा के बादशाह को दिया था । सन् १७३९ में करमाल के युद्ध के बाद वह नादिरशाह को मिला था । उसके बंशज शाहशुजा से यह हीरा राजा रणजीतसिंह ने ले लिया । अंत में सन् १८ ९ में यह अंगरेजों के हाथ आया और दूसरे वर्ष इंगलैड में महारानी विक्टोरिया की भेंट हुआ और अबतक वहाँ के राजकोश में वर्तमान है । पहले यह हीरा ३१९ रत्ती का था और संसार में सबसे बड़ा समझा जाता थ पर अब यह यह फिर से तराशा गया और तौल में केबल १० २ १/२ रत्ती रह गया ।