खंडप्रलय

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

खंडप्रलय संज्ञा पुं॰ [सं॰ खण्डप्रलय] वह प्रलय जो चतुर्युगी या ब्रह्मा का एक दिन बीत जाने पर होता है । विशेष—इसमें समस्त भूतों का लय हो जाता है, केवल ब्रह्मा रह जाते हैं । पुराणानुसार इस प्रलय में सूर्य का तेज सहस्त्रगुना बढ़ जाता है । और रुद्र समस्त प्राणियों का संहार कर डालते हैं ।

२. संघर्ष । झगड़ा । लड़ाई [को॰] ।