खोया

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

खोया ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ क्षुद्र या देश॰]

१. आँच पर चढ़ाकर इतना गाढ़ा किया हुआ दूध कि उसकी पिंडी बाँध सकें । मावा । खोवा ।

२. ईंट पाथने का गारा ।

खोया ^२ क्रि॰ स॰ [हिं॰ खोना क्रिया का भूतकालिक रूप] गुम, गायब या बिगड़ा हूआ ।