गँठुआ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गाँठ + उआ (स्वा॰ प्रत्यय)] ताने या बाने टूटे हुए तागों को, अथवा नई पाई के तागे को, पुराने उतरे हुए कपड़े के तागे से जोड़ना ।—(जुलाहा) ।