गँड़दार संज्ञा पुं॰ [सं॰ गंड़ या गड़ासा + फा॰ दार (प्रत्य॰)] महाबत । फीलवान । उ॰—ज्यों मतंग अँड़दार को लिए जात गँड़दार ।—मतिराम ग्रं॰, पृ॰ ३१२ ।