गूँज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गूँज संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गुञ्ज]

१. भौरों के गूँजने का शब्द । कलध्वनि । गुँजार । भिनभिनाहट । उ॰— अपनी मीठी गूँज से (भौंरा) उसके रस को उभाड़ता है और तब उसपर रस लेने के लिये बैठता है ।—अयोध्या (शब्द॰) ।

२. प्रतिध्वनि । व्याप्तध्वनि । देर तक बना रहनेवाला शब्द ।

३. लट्टू में नीचे की ओर जड़ी हुई लोहे की वह कील जिसपर लट्टू घूमता है ।

४. कान में पहनने की बालियों आदि में शोभा के लिये थोड़ी दूर तक लपेटा छोटा पतला तार ।