घट्ठा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

घट्ठा संज्ञा पुं॰ [सं॰ घृष्टक, प्रा॰ घटठ] शरीर पर वह उभड़ा हुआ चिह्न जो किसी वस्तु की रगड़ लगते लगते पड़ जाता है । जैसे —तलवार की मूठ पकड़ते उसकी उँगलियों में घट्ठे पड़ गए हैं । क्रि॰ प्र॰—पड़ना । मुहा॰—घट्ठा पड़ना = अभ्यास होना । मश्क होना ।