घनौची † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ] दे॰ 'घड़ौची' । उ॰—देहली नाघ कर, दहलीज के उधर, घनौची पर सुघर घड़े रक्खे बरन ।—आराधना, पृ॰ ७८ ।