घुमाव

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

घुमाव संज्ञा पुं॰ [हिं॰ घूम+आव (प्रत्य॰)]

१. घूमने या घुमाने का भाव ।

२. फेर । चक्कर । यौ॰—घुमावदार । घुमावाफिराव । मुहा॰—घुमावफिराव की बात=पेचीली बात । हेरफेर की बात । अस्पष्ट एवं चक्करदार बात ।

३. उतनी भूमि जितनी एक जोड़ी बैल से एक दिन में जोती जाय ।

४. रास्ते का मोड़ ।

५. † दे॰ 'घुमाँ' ।