चँगना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चँगना पु क्रि॰ स॰ [हिं॰ चंगा या फा॰ तंग] तंग करना । कसना । खींचना । उ॰—राम रंग ही सों रँगरेजवा मेरी अँगिया रंग दे रे ।.... त्रिगुन करम तागन से बीनी, रोम रोम झाँझरि अति झीनी, बड़े सुकृत रतनन से कीनी, खसक होई तो चँगि दे रे ।—देव स्वामी (शब्द॰) ।