चंडकौशिक

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चंडकौशिक संज्ञा पुं॰ [सं॰ चण्डकौशिक]

१. एक मुनि का नाम ।

२. एक नाटक जिसमें विश्वामित्र और हरिश्चद्र की कथा है ।

३. जैन पुराणनुसार एक विषधर साँप । विशेष—इसने महावीर स्वामी के दर्शन कर डसना आदि छोड़ दिया था और बिल में मुँह डाले पड़ा रहता था । यहाँ त क कि जब उसे चीटियों ने घेरा, तब भी उसने उनके दबने के डर से करवट तक न बदली ।