चंडोल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चंडोल संज्ञा पुं॰ [सं॰ चन्द्र + दोल]

१. प्रकार की पालकी जो हाथी को हौदे या अंबारी के आकार को होती है और जिसे चार आदमी उठाते हैं ।

२. मिट्टी का एक खिलौना जिसे चौघडा भी कहते हैं । उ॰—तीन एक चंडोल में, रैदास शाह कबीर । —कबीर मं॰, पृ॰ १२१ ।