प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
चंदिर संज्ञा पुं॰ [सं॰ चन्दिर]
१. चंद्रमा । उ॰—(क) रच्यो विश्वकर्मा सो मंदिर । परम प्रकाशित मानहुचंदिर । — रघुराज (शब्द॰) (ख) हेम कलश कल कोट कंगूरे । — कहुँ मंदिर चंदिर सम रुरे ।—रघुराज (शब्द॰)
२. हाथी ।
३. कयूर [को॰] ।