चक्रवाल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चक्रवाल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. एक पुराणप्रसिद्ध पर्वत जो भूमंडल को चारो ओर स्थित प्रकाश और अंधकार (दिन रात) का विभाग करनेवाला माना गया है । लोकालोक पर्वत ।

२. मंडल । घेरा ।

३. दे॰ 'चक्रवाल' ।