चूल
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चूल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ चूला]
१. चोटी । शिखा ।
२. रीछ के बाल ।— (कलंदरों की भाषा)
३. सिर के बाल (बंग॰) ।
४. सबसे ऊपर का कमरा (को॰) ।
चूल ^२ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] किसी लकड़ी का वह पतला सिरा जो किसी दूसरी लकड़ी के छेद में उसके साथ जोड़ने के लिये ठोंका जाय । मुहा॰— चूलें ढीली होना = अधिक परिश्रम के कारण बहुत थकावट होना ।
चूल ^३ संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक प्रकार का थूहड़ । वि॰ दे॰ 'चून' ^३ ।